तू मेरे प्यारी बेटी,
आज है सबकी दुलारी बेटी !
पर कल जब तू थी सिर्फ मेरे
और थी सिर्फ मेरे भीतर ,
तब कोई नहीं चाहता था
तुझ जैसे दुलारी बेटी !
आज जब तुम हो पास सबके,
और करती हो मीठी शैतानी,
तब बन जाती हो सबकी
प्यारी प्यारी दुलारी बेटी !
तुमने मुझको रिश्ता दे दिया,
तुमने दे दिया मेरा बच्चपन,
खिलोनो का अर्थ तुम से सिखा
तुमने सिखाया क्या होता समर्पण !
अब भी तुम मुझमे रहती
और मै तुम मे समायी हु,
फिर भी लोग क्यों कहते है
तुम मेरे नहीं परायी हो !
पर कोई कुछ भी कहे,
हम तुम हमेशा साथ रहे,
तू मेरी प्यारी सी बेटी
मेरी रानी दुलारी बेटी ! ! !