Saturday, March 1, 2014

किसका घर

घर के कोने का फॅमिली फ़ोटोफ्रेम
हँसता
मुस्कुराता
खुशियाँ  दिखाता

घर के भीतर  का कमरा
रोता
घुटता
सिसकियां छुपाता

लाजवाब यह घर
लोग कहते है इसे
औरत का घर
किसी मर्द के  साये मे
पलता 
किसी औरत कि
उम्मीदो का घर !!!!!!!!!!!!!!!!!!

जर्रूरत

वो एक घंना सा पेड़
वो उसके  तने मै छोटा सा पोधा
वो तेज बारिश की उड़ान
वो सरसराती हवा की लहर

वो उस पोधे का पेड़ से सटक जाना
वो पेड़ का पतों को झुका देना
वो बेदर्द हवाओ से दोनों का लड़ना
वो दोनों का एक दुसरे को बचाना

वो सुबह की धुप मे दोनों का खिलना
वो रात के अंधरे मे लिपट कर सोना
वो रात को दिन और दिन को रात कहना
वो मौसमों का उनके अंदर पलना

वक़्त और ज़िन्दगी के सब बहाने है,
सांसो को चलने के सब फ़साने है।
अब पेड़ मर गया है 
और पौधा खड़ा है,
जो साथ निभा कर भी बच जाए
लोग कहते उनको सयाने है।